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myhalfwife

जरा   ठहरो   अभी    न   जाओ   छोड़कर , जरा ठहरो अभी   न जाओ छोड़कर , प्रान मेरा निकल जाएगा थोड़ी देर ठहरो , फिर देखो , नजारा ये मस्त भायेगा छोड़कर ये दुनिया तुम्हारी कोई आशिक चला जाएगा ये मेरे दिल की है क्या जरुरत ये बस तुम समझती हो , जरा रुक जाओ , हौले - हौले   से ये प्रान   निकल   जाने दो थोड़ी देर और ही सही , कष्ट सह लो मेरे ही लिए तुम , ये मेरी केवल एक ही निशानी होगी तुम्हारे आँखों में हमारी अधूरी मुहब्बत की थोड़ी देर चंचलता तो दिखावो अपनी मेरी सांसो को रुक जाने दो ये जिंदगी मेरी है अपनी आखिरी मंजिल पर जरा अपनी निगाहों से कह दो की आंसू न बहाये मेरे आखिरी दहलीज पार करने तक नीरज कुमार शुक्ल कुछ हम दोनों में ख़ास होगी  ,  एक सी बात होगी कुछ हम दोनों में ख़ास होगी , एक सी बात होगी तभी तो महताब से जल कर भी जीने का मज़ा लेते हैं बरसात के मौसम में जलने का मज़ा लेते हैं जेष्ठ कि खड़ी दूपहरी में सै